Ras ki Paribhasha, Kala Ka Arth, Chhand kise kahate hai, Kahani ki pribhasha

Sachin ahirwar
By -
0

 श्रृंगार रस की परिभाषा दीजिए || कला का अर्थ || छंद किसे कहते हैं || कहानी की परिभाषा लिखिए


प्रश्न श्रृंगार रस की परिभाषा दीजिए और उसका एक उदाहरण लिखिए।


अथवा

श्रृंगार रस के भेद बताइए। किसी एक का उदाहरण दीजिए। 

अथवा

श्रृंगार रस की कोई चार पंक्तियां लिखिए।


उत्तर सहृदय के हृदय में स्थित रति नामक स्थायी भाव का जब व विभाव अनुभाव और संचारी भाव से संयोग होता है तब वहां श्रृंगार रस की उत्पत्ति होती है


श्रृंगार रस के भेद - 1. संयोग श्रृंगार और 2. वियोग श्रृंगार


1. संयोग श्रृंगार इसमें नायक-नायिका के मिलन का वर्णन होता है।


जैसे- राम को रूप निहारति जानकी, कंगन के नग की परछाहीं। 

यातै सबै सुधि भूलि गई, कर टेकि रही पल टारत नाहीं।।

2. वियोग (विप्रलम्भ) श्रृंगार- इसमें नायक-नायिका के विरह का वर्णन होता है। 

जैसे - बिनु गोपाल बैरिन भई कुंजै । तब ये लता लगति अति सीतल, अब भई विषम ज्वाल की पुंजै ॥

प्रश्न कला का अर्थ बताइए। 


उत्तर कला का अर्थ- कला शब्द से आशय किसी अध्ययन के व्यावहारिक पक्ष से लगाया जाता है। कला किसी समस्या का केवल विश्लेषण ही नहीं वरन् उसका समाधान भी है। सरल शब्दों में, कला उद्देश्यों की प्राप्ति की एक व्यावहारिक तकनीक है। कला का प्रयोग वास्तव में व्यावहारिक समस्याओं को सुलझाने अर्थात आर्थिक नीतियों के निर्माण के लिये किया जाता है।

प्रश्न दोहा छंद के प्रमुख लक्षण एवं उदाहरण लिखिए।



उत्तर- 




लक्षण अथवा परिभाषा - यह अर्द्धसम मात्रिक छन्द है। इसमें चार चरण होते हैं। इसके पहले और तीसरे चरण में 13-13 मात्राएँ तथा दूसरे और चौथे चरण 11–11 मात्राएँ होती हैं।



उदाहरण - रहिमन पानी राखिये, बिन पानी सब सून पानी गये न ऊबरे, मोती मानुस चून।।

प्रश्न छंद किसे कहते हैं? छंद के भेद लिखिए।


उत्तर 


परिभाषा- वर्णों की संख्या एवं क्रम, मात्रा तथा गति-यति से संबंध विशिष्ट नियोजित पद रचना को छंद कहते हैं।

छंद के भेद -

1.वर्णिक छंद

2. मात्रिक छंद

प्रश्न मत्तगयन्द सवैया छंद की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए।


उत्तर 

परिभाषा- इसके प्रत्येक चरण में 7 भगण (211) और दो गुरु के क्रम से 23 वर्ण होते हैं।

उदाहरण :-  नाम अनेक धरे जग तारण रूप अनंत धरे बनवारी । मोहन माधव केशव निर्गुण हे मुरलीधर हे त्रिपुरारी । हे अचला अजया अनया बलि कृष्ण दयानिधि पुण्य मुरारी । श्याम सुदर्शन विष्णु निरंजन हे मधुसूदन हे सुख कारी ।

प्रश्न कहानी की परिभाषा लिखिए। तथा कहानीकारों के नाम एवं उनकी रचनाएं।


उत्तर-  “कहानी वास्तविक जीवन की एक ऐसी काल्पनिक कथा है जो छोटी होते हुए भी पूर्ण और सूसंगठित होती है।”



1

रामचंद्र शुक्ल

11 वर्ष का समय

2

चंद्रधर शर्मा गुलेरी

उसने कहा था

3

जयशंकर प्रसाद

पुरस्कार


एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)