mp board pariksha me aane wale most imp questions

Sachin ahirwar
By -
0

 mp board most important question // Mp board most important question pdf // mp board 12th class important questions 2023


प्रश्न प्रश्नावली और अनुसूची में अंतर स्पष्ट कीजिए।

उत्तर-




प्रश्नावली

अनुसूची

1.

प्रश्नावली के अंतर्गत प्रश्नों के उत्तर सूचक स्वयं देता है।

अनुसूची में प्रश्नों के उत्तर प्रगणक सूचनाओं से पूछताछ करके करता  है।

2.

इसमें टिप्पणियां दी जाती हैं

इसमें टिप्पणियां देने की आवश्यकता नहीं होती क्योंकि प्रगणक स्वयं प्रश्न को समझा सकता है।

3.

उत्तरों के लिए रिक्त स्थान छोड़ने की आवश्यकता नहीं होती है।

उत्तरों के लिए रिक्त स्थान छोड़ना अनिवार्य है।

4.

इसमें प्रायः डाक द्वारा सूचनाएं प्राप्त की जाती हैं ।

प्रगणक अपने आप सूचनाओं के पास जाकर सूचनाएं एकत्र करते हैं।



प्रश्न महाकाव्य किसे कहते हैं? हिंदी के दो महाकाव्यों के नाम लिखिए तथा उनके रचयिताओं का नाम भी लिखिए।



उत्तर- "जिस काव्य में किसी महान व्यक्ति के जीवन के सभी महत्वपूर्ण पक्षों को सम्पूर्ण या आंशिक रूप से छंदों में व्यक्त किया जाता है, उसे महाकाव्य कहते हैं।


महाकाव्य तथा रचयिता - निम्नलिखित हैं-



महाकाव्य

रचयिता

1.

कामायनी

जयशंकर प्रसाद

2.

रामचरितमानस

तुलसीदास


प्रश्न 1. जैव विविधता क्या है ? यह मानव जीवन के लिए क्यों महत्त्वपूर्ण है ? 


उत्तर- जैव विविधता में अनेक प्रकार के पेड़-पौधे, जीव-जन्तु तथा मनुष्य की अनेक जातियाँ एवं

उपजातियाँ पायी जाती है। अर्थात् विविध प्रकार के वन एवं जीव-जन्तु की उपस्थिति को जैव विविधता कहा जाता है। जैव विविधता के कारण मानव को अनेक प्रकार की आवश्यकता की वस्तुएँ प्राप्त होती है जिससे उनका अस्तित्व पृथ्वी पर बना हुआ है। अत: जैव विविधता मानव जीवन के लिए अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है।


प्रश्न 1. सरकार के अन्य रूपों की अपेक्षा लोकतांत्रिक सरकारें क्यों बेहतर हैं ? तुलना कीजिए।
उत्तर - गैर लोकतांत्रिक सरकार और लोकतांत्रिक सरकार मैं अंतर



लोकतांत्रिक सरकार

गैर लोकतांत्रिक सरकार


लोकतान्त्रिक देशों में विरोधी दलों को स्वतंत्रता से कार्य करने दिया जाता है।

गैर-लोकतांत्रिक राष्ट्रों में प्रायः विपक्षी दलों की कोई भूमिका नहीं होती है अर्थात सरकार के विरुद्ध नहीं बोल सकते।


लोकतान्त्रिक राष्ट्रों के नागरिकों को सरकार द्वारा कुछ मौलिक अधिकार प्रदान किये जाते हैं।

गैर-लोकतांत्रिक राष्ट्रों में नागरिकों को कोई अधिकार प्रदान नहीं किये जाते हैं।


लोकतंत्र में लोग अपनी सरकार की आलोचना कर सकते हैं क्योंकि उन्हें विचार व्यक्त करने की पूर्ण स्वतंत्रता होती है।

गैर-लोकतांत्रिक देशों में लोगों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं होती।


लोकतान्त्रिक देश में लोग एक निश्चित समय के बाद चुनाव द्वारा अपने शासक को बदल सकते हैं।

गैर-लोकतांत्रिक देशों में चुनाव नहीं होते हैं जिससे वह अपने शासक को नहीं बदल सकते।


लोकतांत्रिक देश में मीडिया को स्वतंत्रता होती है। ये सरकार की नीतियों की आलोचना भी कर सकती है।

गैर-लोकतांत्रिक देशों में मीडिया पर अनेक प्रकार के प्रतिबंध होते हैं।



प्रश्न 7. वर्गीकरण व सारणीयन में अंतर बताइए।

उत्तर-




वर्गीकरण

सारणीयन


वर्गीकरण सांख्यिकीय विश्लेषण की रीति है।

सारणीयन समंकों के प्रस्तुतीकरण की रीति है।


समंकों का वर्गीकरण पहले किया जाता है।

सारणीयन वर्गीकरण के बाद किया जाता है।


वर्गीकरण में समंकों को वर्गों एवं उपवर्गों के रूप में प्रस्तुत किया जाता है।

सारणीयन में समंकों को स्थायी रूप से उपयुक्त शीर्षकों व उप शीर्षकों के अन्तर्गत प्रस्तुत किया जाता है।


वर्गीकरण में समंकों को समानता, सादृश्यता और असमानता के आधार पर विभाजित किया जाता है।

सारणीयन में वर्गीकृत समंकों को स्तंभों एवं पंक्तियों में बद्ध करके प्रस्तुत किया जाता है।



प्रश्न 8. क्षेत्रीय दलों और राष्ट्रीय दलों के बीच अंतर लिखिए।

उत्तर-




क्षेत्रीय दल

राष्ट्रीय दल


ये क्षेत्रीय मुद्दे उठाते हैं।

ये राष्ट्रीय मुद्दे उठाते हैं।


क्षेत्रीय दलों में अक्सर किसी एक व्यक्ति या परिवार का प्रभुत्व होता है।

राष्ट्रीय दलों पर भी व्यक्ति व परिवारवाद का प्रभाव देखने को मिलता है, लेकिन सभी दलों में ऐसा नहीं होता।


ये दल क्षेत्रीय स्तर पर कार्य करते हैं तथा इनका अस्तित्व भी क्षेत्रीय स्तर तक होता है।

ये दल पूरे देश में कार्य करते हैं तथा इनका प्रभाव भी पूरे देश में फैला होता है।


जब कोई पार्टी राज्य विधानसभा के चुनाव में पड़े कुल मतों का 6 फीसदी या उससे अधिक हासिल करती है और कम-से-कम दो सीटों पर जीत दर्ज करती है तो उसे अपने राज्य के राजनीतिक दल के रूप में मान्यता मिल जाती है।

अगर कोई दल लोकसभा चुनाव में पड़े कुल वोट का अथवा चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में पड़े कुल वोटों का 6 प्रतिशत हासिल करता है और लोकसभा के चुनाव में कम-से-कम चार सीटों पर जीत दर्ज करता है तो उसे राष्ट्रीय दल की मान्यता मिलती है।



Tags:

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)