ग्रेजुएशन पूरी करने के लिए मिलेंगे 7 साल पढ़ाई के दौरान छात्रों को ब्रेक भी मिलेगा

Sachin ahirwar
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ग्रेजुएशन कितने साल का होता है 

7 years will be given to complete graduation, students will also get break during studies

हेलो दोस्तों स्वागत है आपका आज के इस आर्टिकल में दोस्तों आज के आर्टिकल में बहुत ही इंपॉर्टेंट इंफॉर्मेशन है तो आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें….



ग्रेजुएशन पूरी करने के लिए मिलेंगे 7 साल पढ़ाई के दौरान छात्रों को ब्रेक भी मिलेगा

उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाले स्टूडेंट्स को अब अपनी graduation अधिकतम 7 साल में पूरी करनी होगी। पहले कुछ राज्यों में 5 व कुछ राज्यों में 6 साल का प्रावधान था। वही ग्रेजुएशन के द्वारा स्टूडेंटस को ब्रेक भी मिल सकेगा। यूजी की ओर से तैयार किए गए नए करिकुलम एंड क्रेडिट फ्रेमवर्क फॉर अंडर ग्रेजुएशन प्रोग्राम्स में यह प्रावधान किया गया है यूजीसी जल्दी फ्रेमवर्क के साथ 4 साल के ग्रेजुएशन प्रोग्राम का स्ट्रक्चर जारी करेगा . यह फ्रेमवर्क करीब-करीब तैयार किया जा चुका है इसके तहत 1 साल की पढ़ाई पूरी करने पर स्टूडेंट को सर्टिफिकेट 2 साल के कोर्स को यूजी डिप्लोमा 3 साल के प्रोग्राम को पूरा करने पर बैचलर डिग्री और 4 साल की अवधि पूरी करने पर छात्र को बैचलर डिग्री (ऑनर्स) प्रदान की जाएगी नए कार्यक्रम के अनुसार छात्र पढ़ाई के दौरान एक से दूसरे डिसिप्लिन में भी जा सकेंगे पूर्णब्रह्म इसी प्रकार के छात्र एक मोड़ से दूसरे मोड में जाने के लिए स्वतंत्र होंगे।


इंटर्नशिप अप्रेंटिसशिप भी जरूरी: नए करिकुलम के तहत अब छात्रों को क्रेडिट अंक दिए जाएंगे समर इंटर्नशिप और अप्रेंटिसशिप को भी अनिवार्य किया जाएगा। इसके 2 से 4 क्रेडिट दिए जाएंगे। इसके साथ ही दोस्तों जो आप के पास में कोई कंपनी कारखाना या कोई भी बिजनेस से रिलेटेड फैसिलिटी होगी वहां पर आपको उसकी ट्रेनिंग दी जाएगी और वहां पर आपको काम करने के लिए भी प्रोत्साहन किया जाएगा और जो आपका सेक्टर है जैसे अगर आप साइंस के स्टूडेंट हैं तो आपके लिए इंजीनियरिंग डॉक्टर आदि के बारे में ट्रेनिंग दी जाएगी तथा यदि आप कला विज्ञान के क्षेत्र से हैं तो आपको उसी की जानकारी दी जाएगी और उसकी ट्रेनिंग भी आपको देनी होगी।

ऑनर्स विथ रिसर्च का हो रहेगा विकल्प

4 साल की बैचलर डिग्री रिसर्च बोनस ऑप्ट करने वाले छात्रों को किसी शिक्षक की देखरेख में रिसर्च प्रोजेक्ट पूरा करना होगा . प्रोजेक्ट के बाद सामने आने वाले आउटकम को पेयर रिव्यू जनरल्स में प्रकाशित भी करवाना होगा


यूजीसी चेयरमैन- एम. जगदेश कुमार

छात्रों की क्रिटिकल थिंकिंग और क्रिएटिविटी के साथ विभिन्न स्किल्स को बढ़ाने के लिए जल्द ही नए करिकुलम जारी किया जाएगा इसके लिए चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम को रिवाइज करते हुए नया करिकुलम फ्रेमवर्क बनाया गया है राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत ही उच्च शिक्षा में बदलाव किए जा रहे हैं



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