Mp Board Arthashastra in Hindi 2024 Pdf // अर्थशास्त्र के महत्वपूर्ण प्रश्न PDF 2024

Sachin ahirwar
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mp board class 10th important question 2024 // Important Questions for Class 10 MP Board 2024 arthshastra // 10th board arthshastra imp questions


 प्रश्न विज्ञान का अर्थ बताइए।

उत्तर- विज्ञान ज्ञान का वह क्रमबद्ध रूप है जो किसी विशेष घटना तथा तत्व के कारण तथा परिणामों के परस्पर संबंध को प्रकट करता है। दूसरे शब्दों में विज्ञान किसी भी विषय के क्रमबद्ध ज्ञान को कहते हैं जिसमें किसी तथ्य विशेष के कारणों एवं परिणामों के परस्पर संबंधों का अध्ययन किया जाता है।


प्रश्न अर्थशास्त्र से आप क्या समझते हैं?


उत्तर - अर्थशास्त्र के अंतर्गत इस बात का अध्ययन किया जाता है कि मनुष्य या समाज किस प्रकार सीमित साधनों का किफायत के साथ प्रयोग करके वस्तुओं व सेवाओं का उत्पादन करता है तथा उनके द्वारा आवश्यकताओं की पूर्ति करता है। वास्तव में अर्थशास्त्र की कोई भी ऐसी परिभाषा नहीं की जा सकती जो सर्वमान्य हो क्योंकि इस विषय की विषय सामग्री को परिवारों के बंधन में बांध देना असंभव कार्य है ।


प्रश्न व्यक्तिगत मांग तथा बाजार मांग में अंतर स्पष्ट कीजिए। (कोई पाँच)



उत्तर- व्यक्तिगत मांग तथा बाजार मांग में अंतर निम्नलिखित हैं-



व्यक्तिगत माँग

बाजार माँग


व्यक्तिगत माँग वह माँग है जो अन्य बातें समान रहने पर किसी वस्तु की कीमत तथा व्यक्ति द्वारा खरीदी गई मात्रा के सम्बन्ध को व्यक्त करती है।

बाजार माँग वह मांग है जो अन्य बातें समान रहने पर किसी वस्तु की कीमत तथा विभिन्न व्यक्तियों द्वारा खरीदी गई मात्रा के सम्बन्ध को व्यक्त करती है।


व्यक्तिगत माँग एक व्यक्ति की माँग होती है।

बाजार माँग बाजार में उपस्थित बहुत सारे व्यक्तियों की माँग होती है।


व्यक्तिगत माँग मूल्य तथा एक व्यक्ति द्वारा माँगी गयी मात्रा में फलनात्मक सम्बन्ध को दर्शाती है।

बाजार माँग मूल्य तथा विभिन्न व्यक्तियों द्वारा माँगी गयी मात्रा में फलनात्मक सम्बन्धों को दर्शाती है।


विभिन्न कीमतों पर एक व्यक्ति द्वारा मांगी जाने वाली मात्रा व्यक्तिगत माँग है।

विभिन्न कीमतों पर अनेक व्यक्तियों द्वारा एक वस्तु की विभिन्न मात्राओं की माँग का जोड़ बाजार माँग है।


एक व्यक्ति व्यक्तिगत मांग को प्रभावित कर सकता है।

एक व्यक्ति कभी भी बाजार मांग को प्रभावित नहीं कर सकता है।



प्रश्न - आदर्शक आर्थिक विश्लेषण से आपका क्या अभिप्राय है




उत्तर- आदर्शक आर्थिक विश्लेषण- आदर्शक आर्थिक विश्लेषण में हम यह समझने का प्रयास करते हैं कि यह विधियां हमारे अनुकूल हैं भी या नहीं। यह अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन में सुधार करने के लिए नीतियों को समाहित करती है। इसका संबंध मुख्य रूप से आदर्शों से होता है। 


उदाहरण के लिए, जब हम कहते हैं कि सिगरेट और शराब की मांग कम करने के लिए उसके ऊपर कर की दरें बढ़ा देनी चाहिए तो आदर्शक आर्थिक विश्लेषण है।

प्रो. जे. एम. कीन्स के अनुसार-" एक आदर्शक आर्थिक विश्लेषण या एक नियम कारी विज्ञान, क्रमबद्ध ज्ञान का वह रूप है जिसका, 'क्या होना चाहिए' के सिद्धांत से संबंध है। वह विज्ञान वास्तविकता के स्थान पर आदर्श से संबंधित है। आदर्शक आर्थिक विश्लेषण का उद्देश्य आदर्शों को निर्धारित करना है।


प्रश्न 15. व्यष्टि अर्थशास्त्र एवं समष्टि अर्थशास्त्र में अंतर स्पष्ट कीजिए।

उत्तर- व्यष्टि अर्थशास्त्र एवं समष्टि अर्थशास्त्र में अंतर निम्न हैं-



व्यष्टि अर्थशास्त्र

समष्टि अर्थशास्त्र

1.

व्यष्टि अर्थशास्त्र अर्थव्यवस्था के एक छोटे अंश का अध्ययन करता है।

समष्टि अर्थशास्त्र सम्पूर्ण आर्थिक प्रणाली का अध्ययन करता है।

2.

व्यष्टि अर्थशास्त्र में वस्तुओं की कीमत, उत्पादन  के साधनों की कीमत आदि का अध्ययन किया

जाता है।

समष्टि अर्थशास्त्र में कुल रोजग़ार, कुल निवेश, राष्ट्रीय आय, कुल उत्पादन आदि का अध्ययन किया जाता है।

3.

व्यष्टि अर्थशास्त्र में योग को टुकड़ों में विभाजित करने की क्रिया सम्पन्न होती है।

समष्टिगत अर्थशास्त्र का आधार 'योग करने की क्रिया है।

4.

सूक्ष्म अर्थशास्त्र का प्रमुख विषय 'कीमत सिद्धांत' का विश्लेषण करना है।

समष्टि अर्थशास्त्र का प्रमुख विषय 'राष्ट्रीय आय व रोजगार का विश्लेषण करना है।

5.

व्यष्टि अर्थशास्त्र व्यक्तिगत फर्मों, उद्योगों व उत्पादन की इकाइयों में उतार-चढ़ाव की व्याख्या करता

समष्टि अर्थशास्त्र सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था के उतार-चढ़ाव, आर्थिक मन्दी, अवसाद या । आर्थिक तेजी की व्याख्या करता है।



प्रश्न 8. मौसम और जलवायु में पांच अंतर समझाइए।

उत्तर - मौसम और जलवायु में अंतर -



मौसम

जलवायु


किसी विशेष समय पर वायुमंडल की अवस्था को मौसम कहते हैं।

किसी स्थान के वायुमण्डल में मौसम के दीर्घकालीन परिवर्तन को जलवायु कहते हैं।


यह वायुमण्डल में दिन-प्रतिदिन घटने वाली घटनाओं पर निर्भर करता है।

यह कई वर्षों की ऋतु सम्बन्धी घटनाओं पर

निर्भर करता है।


यह अल्पकालीन होता है।

यह दीर्घकालीन होता है।


इसके अध्ययन करने वाले विज्ञान को मौसम विज्ञान कहते हैं।

इसके अध्ययन करने वाले विज्ञान को जलवायु


विज्ञान कहते हैं।


कृषि सम्बन्धी सभी कार्य मौसम पर निर्भर करते हैं।

जलवायु के आधार पर फसल ली जाती है, जैसे अधिक वर्षा वाले क्षेत्र में धान तथा कम वर्षा वाले क्षेत्र में बाजरा l





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